जिंदगी की भाग दौड मे हम काफी अस्त व्यस्त रेहते लेकिन जब भी हमारे पास मोका मिलता हे कि हमे हमारे हसीन लम्है याद आते है।
उन सभी मे हमारे स्कुल का वक्त सबसे हसीन और यादगार होती है।
जींदगी की सबसे प्यारी यारी और सबसे मिठी यादे हमे वही से मिलती है।जिसे हम कभी भुला नही सकते है।
हर पल कभी ना कभी कही ना कही वो शक्स हमे फिरसे मिल ही जाते हे।
मैरै वह दोस्त अाज भी मुझे याद है जो मेरे साथ मेरे स्कुल मे पढा करते थै। हम सब एक कटपतलीयो के जैसे हे जिसे उपरवाला नचाता है। हम साथ साथ रेहते थै।एक का तिफिन खा जाना, दूसरे की मजाक बना ना,एक दूसरे को चिडाना।किसी का पैन गायब कर देना, किसी के बुक्स छुपा देना।किसी को बेवजह तंग करना। सर टीचर से पंगे लैना।कलास मै भुचाल मचाना। प्रिंसीपल से दांत खाना। लेक्चर मे तीफिन बोक्स खाना।मेथ्स मे आर्ग्युमेंट करना। क्लास टीचर से बेहस करना। असीस्टंट की टांग खीचना।बंक करना। होमवर्क ना होने पर बहाने बनाना। टेस्ट से बचने के लिए जुगाद करना। साथ बैथकर ईक दुसरे की मजाक बनाना। अपने दोस्त की सेटींग करना फिर उसीको चिडाना।कही सर पकद ना लै ईस दर से चोरी चोरी उनको मिलाना। कोई उंगली करे तो हाथापाई करना। नये नये जुगाद करना।ब्रेक टाईम मे चुगले करना।लडकीयो के सामने स्टाईल करना।हीरो बनकर शाणा बनना। अपना आतंक मचाना। स्कुल सर पर ले लैना। टीचर का मजाक बनाना।उनके सामने जौक मारना। शेरो शायरी करना।दिल बेहलाना।ब्रेकअप होने पर पार्टी मागना। जनमदीन पर उसको लुंट लेना।बर्थ डे मनाना और उसकी पीटाइ करना।दूसरे क्लास से पंगे लेना।लडकीयौ की दिटेल निकलवाना।उनको तंग करना।जुगाद पर जुगाद करना। नये दोस्त बनाना। लदना जगडना। कई सारे एसे किस्से बन जाते हे जो जिंदगी के सबसे हसीन होते है।
ये पुरानी यादे जो सिर्फ ईक याद बनकर चल रही थी पर कभी वोह फिरसे हकीकत मे बया हो जाती है।
हमारी जिदगी मे कई मौड आते है जैसै की school life, collage life, job, marrige etc
उन सब मे स्कुल की यारी ओर दुनियादारी सबसे बेहतरीन होती है।जिनमे कुछ आपके साथ रेहते है ओर कुछ आपसे बिछड जाते है।
जी हा आज 05/08/2018 friendship day के ईस मोके पर उन दोस्तो को याद करना चाहता हु जो बेवजह बिछड गये थे।
क्या बताउ उनके बारे मे। उनकी हर बात खास थी। उनके साथ बिताया हर लम्हा यादगार रहा हे। आज सब कुछ बदल गया हे पर यार…….वो स्कुल के दिन ही मस्त थे….।।।।
साथ घुमना-फिरना, लडना-जगडना, खाना-पीना सब एक याद बनकर रह गया है।
मे किस्मत वाला था जो मेरे पास एसै दोस्त थे। उनके लिए हनेशा दुआ रहेगी की वो जहा भी रहे सबसे खुश रहे। जिदगी की सारी खुशी उनको मिले। उनकी हर ख्वाहीश पुरी हो। और भगवान से गुजारिश है की हर जनम मै मुझे यही दोस्त फिरसे मिले।
मेरे ये दोस्त सबसे हसीन रहे है क्यो की उनमे अपनापन था । उनमे सच्चाई थी।कभी सोचा तो नही था वो युह बिछड जायेगे।पर किस्मत के आगे किसकी चली है। वो दौर आज भी दर्द भरा है पर अतिथ को कोन बदल सकता है।
सुना है दोस्त जैसा भी हो अच्छा या बुरा लेकिन उससे दिल से दोस्ती हो तो वह हमेशा यार बनकर साथ चलता है।
सही है सारी बाते।जैसे जैसे सब बडे हो रहे हो सब समझ मे आ रहा है। वो छोटी छोटी नादानिया ही खुशी दे जाती थी। जब आप कीसीसे दुर होते है तब ही आपको उनकी एहमियत पता चलती है।
जिंदगी मे बहुत से दोस्त मिलेगे पर स्कूल वाले दोस्त कभी नही मिलेंगे तो दोस्त उनको सम्भालकर रखना।क्युकी सुना है बिछडे हुए दोस्त बदल जाते है और मुडकर वापस नही आते है। तभी तो यार…….वो स्कुल के दिन ही मस्त थे….।।।। क्युकी स्कुल के दोस्त मस्त थै।
दोस्तौ की कदर करना शिख लैना चाहीऐ। अगर वह रूथ जाये तो उसे मना लेना चाहीए। अगर उसकी कौई ख्वाहिश है तो उसे पूरी करके दो। अगर वह अकेला पड जाये तो उनका हमदर्द बन जाओ।क्यूकी दोस्त वह पडछाई है जिसे बिना देखे भी आप मेहशूस कर सकते हो। कभी आपकी यादो मै,कभी आपकी बातौमें, कभी खयालोमै, वै हमैशा सामिल रेहते है।
दोस्त अच्छा हो या बुरा लेकीन दोस्त तो दोस्त होता है।
वैसै दोस्त केहने से कोई दोस्त नही बन जाता लेकिन उनके साथ वक्त बिताने से,उनके साथ बातै करने से, उनके साथ रेहने से वह सही मायने मे हमारे करीबी दोस्त बन ही जाते है। ओर वह लम्हा सबसे अच्छा लगता है। मन करता है की एसै हसीन लम्हो को थाम लु। उनसे लगाव उतवा हो जाता है की हम उन्है कभी खोना नही चाहते है। उनहै अपना बनाकर रखने की ख्वाहिश रेहती है। क्युकी अच्छे दोस्त नसीब वालो को ही मिलते हे।
लेकिन उनको खौने के बाद ही उनकी सच्ची किंमत पता चलती है बाकि दोस्त अनमोल होता है जिसकी कौई किंमत नही लगाई जा सकती है।
जिंदगी जिने का सही मझा सिर्फ अपने दोस्तो के साथ ही है बाकी जंग तौ दुश्मनो से भी खेली जाती है।
स्कुल एक एसा मंदीर है जहा से हम सिर्फ नाही शिक्शा लेकर आते हे बलकी जिंदगी कै काफि सारे पैंतरे शिखकर आते है। बहुत सी यादे लेकर जाते है। कुछ अच्छा तो कुछ बुरा लेकर जाते है।पर जीतना भी मिलता है सब जरूरी होता है और सब सही होता हा।
स्कुल की सारी मस्तीया ईक तरफ और दुनियादारी ईक तरफ । जौ मझै उस वक्त मे मिले वह फिर कभी वही मिलेंगैै।
कुछ लगाव सा हो गया अब उन लम्हो से जो बस एक याद बनकर चल रहे है। क्युकि चाहकर भी अब उसे दौहराना अब नामुनकीन है। वो हसीन पल, वो हसीन दोस्त, वो स्कुल की मस्ती सबकुछ अब एक ख्वाब सा बन गया है जौ सिर्फ याद बनकर साथ चल रहा है।ना तो वह पल मेरे पास है, ना तो वह दोस्त ।
फिर भी मे खुश हु यह जानकर की सब खुश है।सब न मजे मे है, सब अपनी राहो पर चल पडे है, सब अपना अपना काम कर रहे है। ज्यादा कुछ नही पर पर कभी सौच लेता हु की क्या उनको भी यह सब याद अाता होगा? क्या उनको भी कभी ख्वाहिश हुई होगी फिरसे यह सारे लम्हे जिने की? क्या उनको भी सबकुछ याद अाता होगा?
कुछ बाते बया नही हो सकती,कुछ बाते लिखी नही जाती,
वैसै तो कुछ गलत था नही पर सब नादान थै तो सायद यह एक वजह रहेगी।लेकीन अब तो समजदार हो।शिकायते सबको होती है।सब अपने तरीके से सही होते है।कोई गलत नही होता बस सबके सौचने का तरीका अलग होता है।कूछ पाने की चाह सब बिछड जाता है।फिर सब गलत ही लगता है।आपकी सारी अच्छाई बुराई मे बदल जाती है।और उनको सिर्फ एसा लगता है की हम सिर्फ अपने मतलब के लिये यह सब कर रहे है।फिर एकदम से दूर हो जाते है ।बैवजह। फिर रेहती है सिर्फ उनकी याद।
कभी खुद पर भी गुस्सा आता हा पर क्या करे अब सब व्यस्त है पर,
यार…….वो स्कुल के दिन ही मस्त थे….।।।।
Happy friendship day to my all friends….!!!!